आपातकाल की 50वीं बरसी पर भाजपा जिला कार्यालय में पत्रकार वार्ता आयोजित
इंदिरा गांधी ने आज से 50 वर्ष पहले, 25 जून 1975 को देश पर आपातकाल थोप दिया था – गोपीकृष्ण नेमा
धार। कांग्रेस द्वारा लगाए गए आपातकाल की 50वीं बरसी पर बुधवार को भाजपा जिला कार्यालय धार में पत्रकार वार्ता आयोजित की गई जिसमें मुख्य वक्ता पूर्व विधायक इंदौर गोपीकृष्ण नेमा ने संबोधित किया। इस दौरान भाजपा जिला अध्यक्ष महंत निलेश भारती जिला संयोजक महेंद्र सिंह चाचू बना सह संयोजक अनिल जैन बाबा भाजपा जिला मीडिया प्रभारी संजय शर्मा व सह मीडिया प्रभारी दीपक सिंह रघुवंशी मौजूद रहे।
प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए मुख्य वक्ता पूर्व विधायक इंदौर गोपीकृष्ण नेमा कहा कि तत्कालीन प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी ने आज से 50 वर्ष पहले, 25 जून 1975 को देश पर आपातकाल थोप दिया था। यह घटना भारतीय लोकतंत्र के इतिहास की सबसे दुखद और शर्मनाक घटनाओं में से एक है। यह केवल एक राजनीतिक निर्णय नहीं था, बल्कि यह भारत की लोकतांत्रिक व्यवस्था पर सबसे बड़ा हमला था। 25 जून भारत के राजनीतिक इतिहास का काला अध्याय है। कांग्रेस ने इंदिरा गांधी के नेतृत्व में देश में आपातकाल लगाकर लोकतंत्र की हत्या करने का प्रयास किया गया जो आज लोकतंत्र की दुहाई दे रहे हे वे अपना इतिहास भी देखे कि देश में लोकतंत्र की हत्या करने का काम किसने किया है। मीडिया पर कठोर सेंसरशिप लागू कर दी गई। विरोध करने वाले हजारों नेताओं, कार्यकर्ताओं, पत्रकारों, साहित्यकारों को बिना मुकदमे के जेलों में ठूंस दिया गया। इंदिरा गांधी की सत्ता को सबसे बड़ा झटका तब लगा जब इलाहाबाद हाईकोर्ट ने 12 जून 1975 को उनके निर्वाचन को अवैध घोषित कर दिया और उन्हें छह वर्षों के लिए चुनाव लड़ने से अयोग्य ठहराया।
आज देश की प्रगति के पीछे लोकतंत्र सेनानियों का बलिदान आधार का पत्थर है। जिसके कारण लोकतंत्र पुर्नस्थापित हुआ और 2014 में भाजपा के श्री नरेंद्र मोदी जैसे व्यक्तित्व के रूप में भारत को महान नायक मिला। भारत ने आत्मनिर्भर भारत का संकल्प लिया, विकसित भारत-2047 के संकल्प की सिद्धि के लिए रात दिन एक करके सघन प्रयास प्रारंभ कर दिया। आज जब हम अमृतकाल की ओर तेजी से बढ़ रहे हैं।