22 वर्ष पूर्ण होने पर भोजशाला में पटाखे फूटे मिठाइयां बाटी
भोजशाला मे 22 वर्ष पूर्ण होने पर दर्शन पूजन के साथ जमकर की कर मिठाई बाटी आज से करीब 22 साल पहले संघर्ष में ताले खुले थे 8 अप्रैल 2003 को भोजशाला में प्रति मंगलवार हिंदुओं को प्रवेश की आदेश केंद्र सरकार ने किए थे उसको आज 22 वर्ष होने पर आज हिंदू समाज द्वारा यहां पर पटाखे फोड़े गए मिठाइयां बांटी गई तथा महिलाओं द्वारा मंगल गीत गए इस अवसर पर भोजशाला मुक्ति आंदोलन के संयोजक गोपाल शर्मा ने बताया कि 1305 में अलाउद्दीन खिलजी ने यहां पर आक्रमण किया था इसके बाद से ही यहां पर मुसलमानों का कब्जा हो गया था यहां पर उन्होंने बताया कि इसको हमने सतत लड़ाई लड़ी जिसमें तीन कार्यकर्ता शहीद हुए थे तथा करीब 1700 लोगों पर प्रतिबंध कार्रवाई हुई थी 52 महिलाएं भी जेल गई थी तथा इसका एरिया पहले बोधवाड़ा से लगाकर तलवाड़ा तक तोरनोद से लगाकर हिम्मतगढ़ तक था यह एरिया भोजशाला का था तथा भोजशाला मुक्ति आंदोलन का संघर्ष लगातार चलता रहा इस कारण यह संपत्ति हिंदुओं को पुजा के लिये मिली उन्होंने चुकी न्यायालय में मामला विचार अधीन है आने वाले समय में यह जरूर पूरी हिंदुओं की होगी तथा यहां सरस्वती माता की मूर्ति विराजमान होगी उन्होंने वक्त बोर्ड संशोधन का भी स्वागतकिया यहां पर प्रति मंगलवार हिंदू समाज द्वारा हनुमान चालीसा की जाती है तथा मुस्लिम समाज द्वारा प्रति शुक्रवार को नमाज पढ़ी जाती है इस अवसर पर नगर पुलिस अधीक्षक रवि वास्केल के ने कहा कि नगर में पूरी तरीके से पुलिस सुरक्षा व्यवस्था है तथा यहां प्रति मंगलवार तथा प्रति शुक्रवार सुरक्षा व्यवस्था तैनात रहती है इस अवसर पर नौगांव सुनील शर्मा कोतवाली समीर पाटीदार सहित पुलिस फोर्स मौजूद था।