*स्वास्थय विभाग की लापरवाही से भाजपा सरकार की छवि हो रही धूमिल*
*आए दिन उपचार करवाने आए मरीज होते रहते है परेशान*
*झकनावदा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टर एवं स्टाफ उपस्थित नहीं मिलने से ग्रामीणो व जनप्रतिनिधियों के हंगामे के बाद जिले के वरिष्ठ अधिकारी के निर्देश पर पेटलावद के सीबीएमओ डॉ.चौपड़ा पहुंचे मौके पर बनाया मौका पंचनामा*
*झकनावदा/पेटलावद:-(राजेश काॅसवा)-*
झाबुआ जिले की पेटलावद तहसील के अंतर्गत आने वाले प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र झकनावदा को भाजपा सरकार ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की एक बड़ी सौगात दी। जिससे करीब 36 गांवो के मरीजों को स्वास्थ्य सुविधा प्राप्त हो सके।उसी क्रम में पेटलावद विधायिका एवं मध्यप्रदेश शासन में महिला एंव बाल विकास विभाग कैबिनेट मंत्री सुश्री निर्मला भूरिया के शुभ हस्त से इस नवनिर्मित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का विधिवत शुभारंभ भी किया गया। लेकिन इसके बाद से इस अस्पताल में वरिष्ठ अधिकारियों की अनदेखी के चलते स्वास्थ्य सेवाएं ठप देखने को मिल रही है। कहने को 30 पलंग का अस्पताल है। और सुविधाओं के नाम पर शून्य। और इसके साथ ही यहां आए दिन अपना उपचार करवाने आए मरीज परेशान होते नजर आते है।
*ठेकेदार की घोर लापरवाही के चलते सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चढ़ा भ्रष्टाचार की भेट*
कुछ माह पूर्व कैबिनेट मंत्री सुश्री निर्मला भूरिया ने इस नवनिर्मित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का विधिवत फीता काटकर शुभारंभ किया था। वहीं नवनिर्मित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भवन जगह-जगह से भ्रष्टाचार की पोल खोलती नजर आ रही है। इस और किसी भी नेता या वरिष्ठ अधिकारी का कोई ध्यान आकर्षित नहीं हुआ। बिल्डिंग निर्माण में घटिया निर्माण को अनदेखी कर बिल्डिंग को ठेकेदार द्वारा विभाग को हैंड ओवर कर दिया। कहीं ना कहीं इसमें भ्रष्ट ठेकेदार के साथ-साथ विभाग के अधिकारी भी इसमें दोषी नजर आते हैं ।
*शासकीय चिकित्सालय चल रहा प्राइवेट चिकित्सा की तर्ज पर*
क्षेत्र के कई मरीजों का कहना है कि झकनावदा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में जब मरीज अपना उपचार करवाने के लिए शासकीय चिकित्सालय जाते हैं, तो उनसे वहां निर्धारित ओपीडी शुल्क 10 रूपये काउंटर पर जमा करवाया ही जाता है। लेकिन जब डॉक्टर द्वारा मरीज का चेकअप करने के बाद मरीज को इंजेक्शन या बोटल लगाने के लिए पर्ची लिखी जाती है तो वहां पदस्थ कर्मचारीगण द्वारा इंजेक्शन लगाने के नाम पर 30 रु. व बोतल लगाने के 50 रु.शुल्क मांगते हैं। इसके साथ ही प्राप्त जानकारी अनुसार प्रसूता के परिजन से भी रुपयों को मांग की जाती है। जबकि शासन द्वारा सभी सुविधाएं चिकित्सा के नाम पर निःशुल्क दी जाती यह मात्र दिखावा साबित हो रही है। तो जनता के मन में यह सवाल है कि आखिर यह चिकित्सालय सरकारी है या प्राइवेट?
*भाजपा मंडल अध्यक्ष ने लगाई स्वास्थ्य कर्मियों को फटकार*
भाजपा मंडल अध्यक्ष जितेंद्र राठौड झकनावदा को जब इस बात का पता लगा कि अस्पताल में मरीजों से अन्यत्र शुल्क वसूला जा रहा है एवं मरीजों को स्वास्थ्य सेवाएं ठीक से नहीं मिल पा रही है तो इस पर 20 नवंबर, गुरुवार को जितेंद्र राठौड व पूर्व सांसद प्रतिनिधि राजेश कांसवा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर पहुंचे तो वहां देखा कि शासन द्वारा नियुक्त 6 डॉक्टरो की पदस्थापना होने के बावजूद भी मौके पर एक ही डॉक्टर प्रफुल्ल अस्पताल में मिले एवं पर्याप्त स्टॉप होने के बावजूद कर्मचारी मौके पर उपस्थित नजर नहीं आए। तो उन्होंने मौके पर अस्पताल से मोबाइल पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर बी.एस.बघेल झाबुआ को इस बात की सूचना देकर अवगत कराया जिस पर सीएमएचओ बघेल के द्वारा स्वास्थ्य विभाग पेटलावद के सीबीएमओ डॉक्टर चोपड़ा को झकनावदा मौके पर भिजवाया। जहां डाॅक्टर चोपड़ा ने उपस्थित ग्रामीणो व जनप्रतिनिधियों एवं मीडियाकर्मियों की उपस्थिति में मौका पंचनामा बनवाया जिसमें मौके पर डॉक्टर व स्टाफ मौजूद नहीं पाया गया एवं अस्पताल की ओपीडी रजिस्टर में सुबह 9:00 बजे से दोपहर 1:00 बजे तक के स्थिति में तीन मरीजों की ही एंट्री पाई गई। एवं पंचनामे पर ग्रामीणो जनप्रतिनिधियों एवं मीडियाकर्मियों सभी ने हस्ताक्षर किये। एवं पदस्थ स्टाफ को सीबीएमओ डॉक्टर एम.एल. चोपड़ा के द्वारा फटकार लगाई। व कहा कि उक्त जानकारी में अपने वरिष्ठ अधिकारियों को जिले मे प्रेेषित करूंगा।
*स्वास्थ्य सुविधाओं के नाम पर हो रहा बड़ा खेला*
वर्ष 2019 में झकनावदा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को रेड क्रॉस सोसाइटी के द्वारा मरीजो के सुविधा हेतु मिनी एंबुलेंस उपलब्ध करवाई गई थी। लेकिन उसे एंबुलेंस का पदस्थ चिचिकित्को के द्वारा ठीक से संचालन भी नहीं कर पाए वह उसे भंगार अवस्था में खड़ी कर दी गई। वही बोरिंग लगा हुआ था जिसे स्वास्थ्य विभाग की अनदेखी के चलते बिल्डिंग निर्माण ठेकेदार द्वारा मलबे में दबा दिया गया। बड़ा जनरेटर व पेयजल फ्रीजर भी नष्ट कर दिया गया। जिससे शासन द्वारा दिए गए समान भंगार में बेचेने जैसी स्थिति में नजर आ रहे हैं।
~~~~~~~~~~~~
*लापरवाही बरतने से सरकार की छवि हो रही धूमिल*
हमारी केंद्र व प्रदेश की सरकार विकास में कोई कमी नहीं छोड़ रही है उसी क्रम में झकनावदा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की बड़ी सौगात दी गई है। इसके साथ ही कैबिनेट मंत्री सुश्री निर्मला भूरिया ने इसका शुभारंभ भी किया वह साथ ही पांच बांडेड डॉक्टरों की इस अस्पताल में नियुक्ति भी की गई लेकिन कहीं ना कहीं अधिकारियों की लापरवाही के चलते इस हॉस्पिटल की छवि धूमिल की जा रही है।
*जितेंद्र राठौड़- मंडल अध्यक्ष भाजपा झकनावदा।*
~~~~~~~~~~~
*पांच पांच बांडेड डॉक्टरों के अब तक नहीं देखे चेहरे*
सरकार द्वारा क्षेत्र के लिए बड़ी सौगात दी जो सराहनीय है। जिससे गरीब जनता को इसका लाभ मिलना चाहिए। लेकिन सुविधा के नाम पर यह अस्पताल शून्य है। वही इस अस्पताल के लिए जो पांच-पांच बांडेड डॉक्टरो की नियुक्ति की गई। उसमें हमने आज तक उन डॉक्टरो को अस्पताल में नहीं देखा।
*अजय कुमार वोहरा झकनावदा -कांग्रेस जिला मंत्री*
~~~~~~~~~~~
*कई सप्ताह से चल रही सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की शिकायत*
हमें पिछले कई दिनों से ग्रामीणों की शिकायतें प्राप्त हो रही थी कि झकनावदा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में स्वास्थ्य सुविधाएं ठीक से नहीं मिल रही है व नही चिकित्सक समय पर मिलते हैं इस पर में व मेरे साथी मंडल अध्यक्ष जितेंद्र राठौड़ हम दोनों चिकित्सालय पहुंचे जहां पांच बांडेड चिकित्सकों की नियुक्ति के बाद भी एक ही चिकित्सक मौके पर मिले व स्टाफ रजिस्टर में 14 स्टाफ कर्मियों की हाजिरी के बाद वहां 14 के 14 स्टाफ मौजूद नहीं थे इस पर हमने वरिष्ठ अधिकारियों को इस बात से जिले मे अवगत करवाया है।
*राजेश कांसवा झकनावदा-पूर्व सांसद प्रतिनिधि।
~~~~~
लापरवाही बरतने वालों पर की जाएगी कार्यवाही
वरिष्ठ अधिकारी के निर्देशन पर में झकनावदा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचा तो वहां केवल एक डॉक्टर मिले जबकि पांच बांडेड डॉक्टरों की यहां नियुक्ति की गई है। वहीं
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में लापरवाही बरतने वाले कर्मचारी पर कार्यवाही की जाएगी इसके साथ ही जो लापरवाही बढ़ती जा रही है और जो स्वास्थ्य सुविधाओं में कमियां पाई गई है उसको लेकर मेरे द्वारा वरिष्ठ जिला चिकित्सा अधिकारी को अवगत करवाया गया है। जल्द स्वास्थ्य सुविधाएं सुधारी जाएगी।
*डॉक्टर एम.एल. चौपड़ा-सीबीएमओ स्वास्थ्य विभाग पेटलावद*









