जिला धार जनजाती विकास मंच द्वारा राज्यपाल महोदय एवं मुख्यमंत्री मध्यप्रदेश शासन के नाम रैली निकालकर कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन।
लालकिला मैदान पर एकत्रित होकर भारी बारिश में भी रैली के रूप में नारेबाजी करते हुए कलेक्टर कार्यालय पहुंचे।
देवास जिले के ग्राम खिवनी खुर्द, पंचायत पटरानी खातेगॉव जिला देवास में वन विभाग द्वारा जनजाति समाज के घरों को तोड़ने के विरोध में सौंपा ज्ञापन। 23 जून 2025 को ग्राम खिवनी खुर्द, पंचायत पटरानी,तहसील खातेगांव, जिला देवास मे वन विभाग ने अतिक्रमण हटाने के नाम पर 25 से भी ज्यादा जनजाती परिवार के घरों पर भरी बरसात में जेसीबी बुलडोजर चलाकर उनको तोड़ दिया है।
जिसके कारण उस ग्राम के कई वनवासी परिवार ऐसे ख़राब मौसम में महिलाओं व छोटे बच्चों समेत बिना छत के घने जंगल में अनाश्रित हो गए है व घर तोड़े जाने वाली करवाई के दिन से वही जंगल में खुले में बरसते पानी में बैठे है।
जबकि उन जनजाति परिवारों व वहां के आस पास के ग्रामों के स्थानीय निवासियों का यह दावा है कि यह परिवार पिछले 10- 15 वर्षों से भी अधिक समय से वहां निवास कर रहे है।
जनजाति विकास मंच मध्य प्रदेश सरकार, जिला प्रशासन व वन विभाग से यह जानना चाहता है कि क्या यह अतिक्रमण हटाने की करवाई सभी नियमों का पालन करते हुई और क्या उन जनजाति परिवारों की करवाई के पश्चात मानवीय आधार पर भोजन, पीने योग्य जल, अस्थायी निवास व शासकीय नियम तथा जनजाति अधिकारों के अंतर्गत उनके पुनर्वास की कोई योजना करी गयी, ख़राब मौसम में छोटे बच्चों के स्वास्थ का क्या होगा क्या इस बात का ध्यान रखा गया।
इन सभी विषयों के साथ साथ मंच प्रशासन व वन विभाग को यह भी अवगत कराना चाहता है कि पूरे क्षेत्र के जनजाति समाज में यह संदेश जा रहा है कि पिछले कुछ दिन पहले हुए वन विभाग कर्मी व खिवनी खुर्द के ग्राम वासियों के मध्य विवाद के कारण यह करवाई वन विभाग ने बदले व जनजाति समाज को सबक सिखाने की मंशा से करी है।
महोदय जैसा की आपको विदित ही है कि हमारे संविधान व सरकारी नियमों में जनजाति समाज को उनके जीवन व्यापन व संस्कृत्ति संरक्षण के लिए कई अधिकार प्राप्त है और भारत सरकार व मध्य प्रदेश सरकार प्रति वर्ष 15 नवम्बर को जनजाति समाज के राष्ट्र निर्माण में भूमिका को सम्मानित करने के लिए जनजाति गौरव दिवस भी मनाती है।
ऐसे में प्रशासन द्वारा उसी जनजाति समाज को बरसात व ख़राब मौसम में ऐसे बेसहारा करना और उनकी कोई भी अस्थायी व्यवस्था नही करना कितना न्यायोचित है।
जनजाति विकास मंच प्रशासन का इस ओर भी ध्यान आकर्षित करना चाहेगी कि जनजाति समाज से सम्बंधित विषय बहुत ही संवेदनशील होते है और इस प्रकार की करवाई जनजाति समाज में अविश्वास व आक्रोश का वातावरण निर्मित करती है जिससे क्षेत्र में अकारण ही तनाव का वातावरण बनता है जिस से अन्तर्राष्ट्रीय मीडिया व मानवाधिकार संगठनों की हस्तक्षेप की सम्भावना बढ़ जाती है, हम समस्त कार्यकर्ता आपसे पूछना चाहते है कि क्या वन विभाग व जिला प्रशासन कारवाई करते समय इस बात को ध्यान में रखना भूल गए थे।
जनजाति विकास मंच धार द्वारा मांग की गई है कि-
क्या यह कारवाई पर्याप्त समय पूर्व सभी जनजाति परिवारों को आधिकारिक सुचना देकर करी गयी। जनजाति समाज के जिन परिवारों के घरों को तोड़ने की करवाई हुई है वह उस स्थान पर कितने सालों से निवासरत थे इसकी स्वतंत्र इकाई द्वारा जांच हो और अगर कोई जनजाति परिवार इतने वर्षों से कही रह रहा हो तो क्या उसको इस तरह हटाया जा सकता है। जब जनजाति समाज के परिवारों के घरों पर इस प्रकार की अतिक्रमण हटाने की करवाई होती है तो क्या उनके अस्थायी निवास, पीने योग्य जल, भोजन, महिलाओं व बच्चों की सुरक्षा और व्यक्तिगत स्वच्छता के लिए कोई व्यवस्था करी जाती है के नही और क्या इस कारवाई के निमित्त वन विभाग व जिला प्रशासन ने कोई ऐसी व्यवस्था करी। जैसा की परिवार वालों का व स्थानीय अन्य निवासियों को दावा है कि यह परिवार 10 से भी अधिक कुछ तो 15 से भी अधिक वर्षों से इसी स्थान पर रह रहे थे तो अभी तक प्रशासन क्यों मूक दर्शक बना हुआ था जबकि इनके घर वन विभाग के जिले के मुख्य अभ्यारण में वन विभाग की आँखों के सामने इतने वर्षों से थे इस विषय पर भी जांच होना चाहिए।
जनजाति विकास मंच, यह मांग करता है कि इस करवाई में जो मानवीय पक्षों व जनजाति समाज के अधिकारों की अनदेखी हुई है उस पर शासकीय स्वतंत्र जांच हो और सभी निराश्रित हुए परिवारों की निवास व अन्य जरूरतों की व्यवस्था करी जाए।
साथ ही जैसा की दावा करा जा रहा है कि यह परिवार कई वर्षों से उस स्थान पर निवासरत थे तो क्या उनको इस तरह हटाना सही है इसकी जांच कर उन सभी परिवारों की पुनर्वास की व्यवस्था करी जाए।
ज्ञापन का वाचन विधि प्रमुख चंद्रपाल सिंह ठाकुर ने किया इस दौरान जिला संयोजक अरविंद डावर,सह संयोजक पुजालाल ग्रेवाल,जिला पुर्ण कालिक रामप्रकाश मछार गिरधारी मंडलोई,महेश चंदाना, मुकेश बघेल ,प्रकाश सोलंकी, मायाराम वास्केल, जिले के ब्लाक अध्यक्ष सहित अन्य लोग उपस्थित थे। जानकारी जिला मिडिया प्रमुख दिलीप मछार ने दी।