नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने मुख्यमंत्री के धार दौरे को बताया आदिवासियों की एकता तोड़ने का षड्यंत्र, बोले,
भाजपा अब आदिवासियों की एकता को तोड़ने के नए षड्यंत्र में लगी है और मुख्यमंत्री मोहन यादव का आज का धार दौरा इसका ताज़ा उदाहरण है।
“भिलाला समाज सम्मेलन” के नाम पर भाजपा आदिवासी समाज को भील, भिलाला, पटलिया जैसी उपजातियों में बाँटने का खेल खेल रही है। यह वही पुरानी नीति है — “फूट डालो और राज करो।”
आने वाले दिनों में भाजपा महाकौशल में गोंड सम्मेलन के बहाने यही विभाजनकारी राजनीति दोहराने वाली है। इससे साफ़ है कि भाजपा का असली एजेंडा आदिवासी समाज को जोड़ना नहीं, बाँटना है।
मैं सभी आदिवासी भाइयों और बहनों से अपील करता हूँ, भाजपा और आरएसएस के इन छलावे और षड्यंत्रों में न फँसें।
हम सब एक हैं — एक पहचान, एक इतिहास, एक संस्कृति के वारिस।
संविधान ने हमें एकजुट “आदिवासी समाज” के रूप में विशेष दर्जा और अधिकार दिए हैं।
हमारी पहचान, हमारी संस्कृति और हमारी एकजुटता ही हमारी सबसे बड़ी ताक़त है।









