प्रेसबिटेरियन ईसाई समाज ने अपना 121 वां ईस्टर पुनरुत्थान पर्व हर्षोल्लासपूर्वक मनाया। आनंद नगर और सीता पाठ के ईसाई कब्रिस्तानों में भोर की प्रार्थना की गई। धार (निप्र) स्थानीय प्रेसबिटेरियन प्रोटेस्टेंट ईसाई समाज में 121 वां ईस्टर पुनरुत्थान पर्व हर्षोल्लासपूर्वक मनाया गया। प्रेसबिटेरियन चर्च में सर्वप्रथम 1905 में मिशन कंपाउंड धार में ब्रिटिश काल में तत्कालीन मिशनरीज़ द्वारा ईस्टर समारोह का आयोजन किया गया था। उसके पश्चात सतत् 121 वर्ष से परंपरागत रूप से प्रभु ईसा मसीह के गुड फ्राइडे के पश्चात तीसरे दिन जी उठने की खुशी में ईस्टर पुनरुत्थान पर्व उत्साह के साथ मनाया जा रहा है। मालवा चर्च काउंसिल – मसीह सेवा मंडल के निर्देशन में मॉडरेटर रेव्ह. सुभाष डेविड कुरिया ने ईस्टर संडे पर आयोजित विशेष प्रार्थना सभा का संचालन किया। उन्होंने कहा कि प्रभु ईसा मसीह का तीसरे दिन मृतकों में से जिलाया जाना ऐतिहासिक रूप से प्रमाणिक है, यह बुराई पर अच्छाई की और मृत्यु पर जीवन की जीत है तथा जो प्रभु ईसा के पुनरुत्थान पर विश्वास करता है वह अनंत जीवन को प्राप्त करता है। ईस्टर संडे को सूर्योदय के समय आनंद नगर सेवाग्राम और सीता पाठ ईसाई कब्रिस्तानों में महिला सभा और युवा सभा द्वारा समाधि स्थलों पर परंपरागत रूप से प्रातःकालीन भोर की प्रार्थना सभा का आयोजन कर पुष्प अर्पित किए गए तथा सुगंधित अगरबत्तियां लगाई गई । पास्टर राजू फ्रांसिस ने बाइबिल पाठ किया तथा पास्टर प्रीतेश निकल्स द्वारा प्रार्थना की गई। ईस्टर संडे पुनरुत्थान पर्व की मुख्य आराधना सभा प्रेसबिटेरियन चर्च में आयोजित कर पवित्र बाईबल के नए नियम की पुस्तक मरकूस रचित सुसमाचार के 16 वें अध्याय जहां ईसा मसीह के तीसरे दिन मृतकों में से जी उठने का वर्णन है का वाचन कर चिंतन मनन किया गया। देश और प्रदेश की खुशहाली और अमन चैन के लिए सामूहिक प्रार्थना की गई क्वायर – भजन मंडली द्वारा भक्तिमय गीतों के साथ पास्टर प्रीतेश निकल्स, श्रीमती सेरा फ्रांसिस, श्रीमती मर्सी स्टेला चंद ने विशेष गीत प्रस्तुत किये। श्रीमती हंसारानी डेविड तथा श्रीमती दीपा निकल्स द्वारा प्रार्थना भवन की फूलमालाओं और रंगीन तोरणों से आकर्षक ढंग से सजावट की गई। अंत में ब्रदर आशीष के मार्गदर्शन में केक कटिंग सेरेमनी संपन्न कर स्वल्पाहार वितरण किया गया । इस अवसर पर बड़ी संख्या में उपस्थित समाज जनों द्वारा एक दूसरे को ईस्टर पर्व की बधाई दी गई। समारोह का सफल संचालन श्रीमती हंसारानी डेविड ने किया तथा आभार सिस्टर विमला मसीह द्वारा माना गया।
