पूर्व केंद्रीय मंत्री देबेंद्र प्रधान का निधन: राजनीतिक जगत में शोक की लहर
पूर्व केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता देबेंद्र प्रधान का आज निधन हो गया। वे लंबे समय से बीमार थे और अस्पताल में भर्ती थे। उनके निधन की खबर सुनकर राजनीतिक जगत में शोक की लहर दौड़ गई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, और अन्य कई नेताओं ने श्रद्धांजलि अर्पित की है।
देबेंद्र प्रधान का जीवन परिचय
- जन्म: देबेंद्र प्रधान का जन्म 16 जनवरी 1941 को ओडिशा में हुआ था।
- राजनीतिक सफर: वे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेताओं में से एक थे।
- मंत्रालय: उन्होंने अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में केंद्रीय मंत्री के रूप में कार्य किया था।
- योगदान: वे ओडिशा की राजनीति में एक महत्वपूर्ण व्यक्ति थे और तेल एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय के क्षेत्र में भी उनका योगदान सराहनीय रहा।
बीमारी और निधन
पिछले कुछ महीनों से देबेंद्र प्रधान की तबीयत ठीक नहीं थी। उन्हें दिल से जुड़ी समस्याएं और वृद्धावस्था संबंधी बीमारियां थीं। दिल्ली के एक अस्पताल में इलाज के दौरान उन्होंने अंतिम सांस ली। उनके निधन से पूरे ओडिशा और भाजपा कार्यकर्ताओं में शोक की लहर है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की श्रद्धांजलि
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया पर देबेंद्र प्रधान को श्रद्धांजलि देते हुए कहा,
“देबेंद्र प्रधान जी का निधन देश के लिए एक अपूरणीय क्षति है। वे एक प्रखर नेता थे, जिन्होंने राष्ट्र की सेवा में अपना जीवन समर्पित किया। उनके योगदान को सदैव याद रखा जाएगा। ईश्वर उनके परिवार को इस कठिन समय में संबल प्रदान करें।”
अन्य नेताओं की प्रतिक्रिया
- गृह मंत्री अमित शाह: “देबेंद्र प्रधान का जाना भाजपा और देश के लिए एक बड़ी क्षति है। उनका मार्गदर्शन हमें हमेशा प्रेरित करता रहेगा।”
- रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह: “वे एक सरल, सहज और जनसेवा को समर्पित नेता थे। उनका योगदान अविस्मरणीय रहेगा।”
- ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक: “ओडिशा ने एक बड़ा नेता खो दिया है। उनकी आत्मा को शांति मिले।”
पार्टी और परिवार में शोक
- उनके पुत्र धर्मेंद्र प्रधान, जो कि वर्तमान में केंद्रीय शिक्षा मंत्री और कौशल विकास मंत्री हैं, ने अपने पिता के निधन पर गहरा दुःख व्यक्त किया।
- भाजपा कार्यालय में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया।
- पार्टी कार्यकर्ताओं और समर्थकों ने मौन रखकर और पुष्प अर्पित कर उन्हें याद किया।
राजनीतिक जीवन में योगदान
- वे 1996 और 1998 में लोकसभा सांसद रहे।
- उन्होंने कई नीतिगत सुधारों में अहम भूमिका निभाई।
- ओडिशा में भाजपा के विस्तार में उनका विशेष योगदान था।
- गरीबों और किसानों के लिए कई कल्याणकारी योजनाएं चलाईं।
अंतिम संस्कार की तैयारी
- उनका अंतिम संस्कार उनके पैतृक गांव तालचेर (ओडिशा) में किया जाएगा।
- भाजपा और विपक्षी दलों के कई नेता अंतिम संस्कार में शामिल होंगे।
- हजारों की संख्या में उनके समर्थक और पार्टी कार्यकर्ता श्रद्धांजलि देने पहुंचे।
ओडिशा की जनता में शोक
- ओडिशा में एक दिन का राजकीय शोक घोषित किया गया।
- स्थानीय लोगों ने भी मंदिरों में प्रार्थना कर उन्हें श्रद्धांजलि दी।
निष्कर्ष
देबेंद्र प्रधान के निधन से देश ने एक अनुभवी, ईमानदार और समर्पित नेता खो दिया। उनके योगदान को सदैव याद किया जाएगा। उनकी विरासत आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनी रहेगी।